दंगल गर्ल बबीता फोगाट ने बताई नॉन वेज खाने की कहानी
बबीता ने कहा कि विदेशी दौरों पर उन्हें शाकाहारी भोजन नहीं मिलता है, इसलिए मांसाहार से ही काम चलाना पड़ता है।
बेंगलुरु, पीटीआइ। भारत की मशहूर पहलवान बबीता फोगाट ने कहा है कि उनके लिए उनके पिता महावीर सिंह फोगाट और दो बार के ओलंपिक चैंपियन सुशील कुमार आदर्श हैं।
बबीता ने कहा, ‘मेरे पिता मेरे पहले आदर्श हैं, वह असल जिंदगी में मेरे हीरो हैं। इसके बाद सुशील कुमार का नंबर आता है।’ बबीता ने कहा कि 2008 में बीजिंग ओलंपिक में पदक जीतकर सुशील ने उन्हें काफी प्रेरणा दी है।
बबीता ने महिलाओं के लिए दो दिवसीय आत्मरक्षा कार्यशाला और योग कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर कही। इसका आयोजन विधायक डॉ. के सुधाकर ने किया है।
इस मौके पर बबीता की बड़ी बहन गीता फोगाट भी मौजूद थीं। बबीता ने कहा कि आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ ने महावीर सिंह के संघर्ष के अज्ञात पहलुओं को सामने लाने का काम किया है। इस फिल्म के जरिए लोगों को पता चला कि उन्होंने अपनी बेटियों को सफल बनाने के लिए कितना बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि उनके पिता की समाज से जंग इस फिल्म के जरिए ही सामने आ पाई है।
बबीता ने कहा कि शादी से पहले वह देश के लिए ओलंपिक मेडल जीतना चाहती हैं। उन्होंने डाइट के सवाल पर कहा कि मांसाहार पसंद के बजाए पहलवानों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विदेशी दौरों पर उन्हें शाकाहारी भोजन नहीं मिलता है, इसलिए मांसाहार से ही काम चलाना पड़ता है।