माँ बाला सुंदरी की शक्तिपीठ मंदिर
मां श्री त्रिपुर बाला मंदिर आदि-अनादि काल से देवबंद में स्थित है श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी की पावन शक्तिपीठ । शक्तिपीठ की पौराणिकता का एक प्रमाण मंदिर के द्वार पर लगे पत्थर के लेख से मिलता है। पत्थर पर अज्ञात भाषा लिखी है जिसे आज तक वैज्ञानिक भी नहीं पढ़ पाएं है।
मां श्री त्रिपुर बाला सुंदरी मां जगदम्बा का रूप है। ब्रहमा, विष्णु और महेश तीन पुर जिनमें है, वह श्री त्रिपुर मां बाला है। तंत्र सार के मुताबिक मां राजेश्वरी त्रिपुर बाला सुंदरी प्रात: कालीन सूर्यमंडल की आभा वाली है, मां श्री त्रिपुर बाला की चार भुजाएं एवं तीन आँख है। वह अपने हाथ में धनुष-बाण और अंकुश लिए हुए है तथा मस्तक पर बालचंद्र है। त्रिपुर बाला सुंदरी ने एक सो पाँच ब्रहमांडों के अधिपति भंडासुर का वध किया जबकि चौदह भुवन का एक ब्रहमांड होता है और एक ब्रहमांड में चौदह लोक होते है। मां श्री त्रिपुर बाला सुंदरी की पूजा करने वालों को भोग तथा मोक्ष दोनों प्राप्त होते है।